ROMANTIC SHAYARI
हैलो मित्रों,
आइए पढ़ते हैं कुछ रोमांटिक शायरी।
चलिए, शुरू करते हैं!
"दिल की धड़कन और मेरी सदा है तू,
मेरी पहली और आखिरी वफ़ा है तू,
चाहा है तुझे चाहत से भी बढ़ कर,
मेरी चाहत और चाहत की इंतिहा है तू।"
"ऐ शख्स तेरा साथ मुझे हर शक्ल में मंज़ूर है,
यादें हों कि खुशबू हो, यक़ीं हो कि ग़ुमान हो।"
"तुम मिल गए तो मुझ से नाराज है खुदा,
कहता है कि तू अब कुछ माँगता नहीं है।"
"बदल जाओ वक्त के साथ
या फिर वक्त बदलना सीखो
मजबूरियों को मत कोसो
हर हाल में चलना सीखो"
"सुना है आज समंदर को बड़ा गुमान आया है,
उधर ही ले चलो कश्ती जहां तूफान आया है।"
"लिखना था कि
खुश हैं तेरे बगैर भी यहां हम,
मगर कमबख्त...
आंसू हैं कि कलम से
पहले ही चल दिए।"
"तलाश मेरी थी और भटक रहा था वो,
दिल मेरा था और धड़क रहा था वो।
प्यार का ताल्लुक भी अजीब होता है,
आंसू मेरे थे और सिसक रहा था वो।"
"अब जानेमन तू तो नहीं,
शिकवा -ए-गम किससे कहें
या चुप हें या रो पड़ें,
किस्सा-ए-गम किससे कहें।"
"अब काश मेरे दर्द की कोई दवा न हो
बढ़ता ही जाये ये तो मुसल्सल शिफ़ा न हो
बाग़ों में देखूं टूटे हुए बर्ग ओ बार ही
मेरी नजर बहार की फिर आशना न हो"
"सिर्फ एक सफ़ाह
पलटकर उसने,
बीती बातों की दुहाई दी है।
फिर वहीं लौट के जाना होगा,
यार ने कैसी
रिहाई दी है।"
"बैठे-बिठाए हाल-ए-दिल-ज़ार खुल गया
मैं आज उसके सामने बैठकर बेकार खुल गया। -मुनव्वर राणा"
"आप दूर हो लेकिन दिल में यह एहसास होता है,
कोई ख़ास है जो हर वक़्त हमारे दिल के पास रहता है,
वैसे तो करते हैं याद हम सबको,
लेकिन आपकी याद का एहसास हमेशा ख़ास होता है"
"तुम्हारे इश्क़ के रंग ओढ़कर ही मैं ख़ुशनुमा हूँ,
तुम ही तो हो मुझमे मैं खुद में कहाँ हूँ।"
"बक्शा है मुझे हुस्न आपकी आँखों ने,
आप ही तो लेकर आये हो मुझे इस गुरूर-ए हद तक"
"ना पूछ कितनी मोहब्बत मैं ज़ख़्म खाए है
अगर इनके बारे में सोच लो तो दिल भर जाता है"
"जख्म ही देना तो पूरा जिस्म तेरे हवाले था
बे रहम तूने वार क्या वो भी दिल ही वार क्या"
"आज फिर दिन भर कुछ करते पल्खों पर रहेंगे
राज भर उसे खुवाब मैं बिछड़ता देख हूँ"
"मैं चाहा था की जखम भर जाये
ज़ख्म ही ज़ख्म भर गए मुझ मैं"
"कहने में तो मेरा दिल एक है लेकिन
जिसको दिल दिया वो हजारी में एक है
"
"वक़्त फिर वही खानी दुहरा रहा है
मै तेरी आगोश में स्म रहा हूँ तू मेरी आगोश में समा रहा है"
"मुझे उस जगह से भी मोहब्बत हो जाती है,
जहाँ बैठ कर एक बार तुम्हें सोच लेता हूँ।"
"कुछ दूर साथ चलो हम दिल की कहानी कह देंगे,
समझे न जिसे तुम आँखों से वो बात जुवानी कह देंगे।"
"मैं दीवाना हूँ तेरा मुझे इनकार नहीं,
कैसे कह दूँ कि मुझे तुमसे प्यार नहीं,
कुछ शरारत तो तेरी नजरों में भी थी,
मैं अकेला ही तो इसका गुनहागार नहीं।"
"दिल की आवाज़ को इज़हार कहते हैं,
झुकी निगाहों को इक़रार कहते हैं,
सिर्फ पाने का नाम मोहब्बत नहीं,
कुछ खोने को भी प्यार कहते हैं।"
"तुझे दिल से जुदा कभी होने नहीं देंगे,
हाथ हमारा कभी छोड़ने नहीं देंगे,
तेरी मुस्कान ही इतनी प्यारी है कि,
हम मर भी जायें पर तुझे रोने नहीं देंगे।"
"हम जुदा हुए थे मिलने के लिए , ज़िन्दगी की राहों में संग चलने के लिए, तेरे प्यार की कशिश…"
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